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अगस्त, 2014 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एकाग्रता बनाये रखें तो सफलता जरूर मिलती है- रविन्द्र सिंह

सिविल सेवा परीक्षा में 333वीं रैंक हासिल कर आईएएस बने रविन्द्र सिंह से न्यूज चक्र संपादक विकास वर्मा का साक्षात्कार..... प्रश्न- आईएएस बनने के बारे में कब सोचा और इसके लिए कब से तैयारी आरंभ की? यह एग्जाम देने का मन मैंने काॅलेज में ही बना लिया था. ग्रेजुएशन करके 6 महीने नौकरी करने के बाद इस्तीफा दे कर मैंने फिर नियमित रूप से इसकी तैयारी शुर्रु कर दी। प्रश्न- इस परीक्षा में यह आपका कौन-सा अटेम्प्ट था? पहले के प्रयासों से क्या सबक लिए? यह पूरी तैयारी के साथ मेरा पहला प्रयास था हालांकि कॉलेज में पढ़ते हुए भी मैंने एक प्रयास दे दिया था। सबक लेने के लिए मैंने उन लोगों से संपर्क किया जो पहले से तैयारी कर रहे कर रहे थे ताकि मुझे पता चल सके क्या पढ़ना है और कैसे उत्तर लिखे जाते हैं। प्रश्न- अपना परिणाम जानने से पहले आप टाॅपर्स के बारे में क्या सोचते थे? मेरा सदा से यही मानना रहा है की कोई भी मेहनत और लगन के साथ इस परीक्षा में अच्छा स्थान ला सकता हैं और इन गुणों के लिए में उनका बहुत सम्मान करता था प्रश्न- मुख्य परीक्षा आपने किन-किन ऐच्छिक विषयों को चुना था? मैथ्स (गण

ओवरलोड चलते हैं, और...पलट जाते हैं...यमदूत बनकर

    यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि एक ऐसी दुखद हकीकत है, जिसे कोटपूतली के बाशिंदे हर रोज झेलते हैं। गांव से मजदूरी पर निकला कोई मजदूर हो या किसी कम्पनी का ओहदेदार प्रशासनिक अधिकारी।...हर किसी के जहन में बस एक ही डर रहता है कि पता नहीं ‘कोटपूतली क्राॅस ’ हो पाएगा कि नहीं? पता नहीं जाम में फंस जांए या जान ही चली जाए।     कोटपूतली में सर्विस लाइन को लेकर आए दिन होने वाली दुर्घटनाऐं इसी ओर इशारा करती हैं कि ‘यहां चलना खतरे से खाली नहीं हैं।’  अगर यकीन ना हो तो कोटपूतली मैन चैराहे से लक्ष्मीनगर मोड़ तक की सर्विस लाइन के हालात देख आइए। यकीनन आपके चेहरे का रंग तो बदरंग नजर आएगा ही सेहत भी डाॅक्टर की सलाह लेने को कहने लगेगी।     ...लेकिन इन सब से शायद हमारे जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को कोई खास मतलब नहीं है, तभी तो दिन में एक-दो दफा़ यहां से अगर गुजरते भी हैं तो आंखे मूंदकर। (ऊपर) न्यूज चक्र द्वारा कोटपूतली पुलिया से डाबला रोड़ पर ली गई ये तस्वीरें ओवरलोडेड डम्परों की स्पष्ट तस्वीरें बता रही हैं कि दिनदहाड़े कैसे कोटपूतली प्रशासन के नाक के नीचे ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन होता

युवती ने किया आत्महत्या का प्रयास

https://www.facebook.com/vikasverma.kotputli Date- 4/8/2014 कोटपूतली बडाबास मौहल्ला निवासी एक युवती ने पैडोसी युवक के द्वारा परेशान किये जाने पर अपने हाथ की नसें काट ली। स्थिति गंभीर होने पर उसे राजकीय अस्पताल में दाखिल करवाया गया। युवती की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है । परिजनो व युवती के अनुसार पड़ोस में ही रहने वाला एक युवक मोबाइल में वीडीयों रिकोर्डिग करने के बाद सार्वजनिक करने की धमकी देकर युवती पर जबरन शादी करने का दबाव बना रहा है । जिससे तंग आकर युवती ने अपने हाथ की नशे काट ली । पुलिस ने अस्पताल पहुचकर युवती से पुछताछ की । पुलिस मामले की जांच कर रही है। राजकीय अस्पताल में युवती के बयान लेने पहुंचे थाना प्रभारी लक्ष्मीकान्त शर्मा के अनुसार वह मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक एक पडोसी युवक के दवारा परेशान करने की बात सामने आई है ।