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राजस्थान में फिर बनाएगी कांगzेस सरकार

बार-बार के आंदोलन लोकतंत्र की सेहत के लिए अच्छे नहीं

    पिछले एक साल के घोटालों से ना केवल जनता की समस्याओं व आक्रोश का गाफ बढ़ा है बल्कि अंतर्राष्टीय स्तर पर भी देश की छवि खराब हुई है। समस्याओं से पीड़ित लोगों के बीच के एक आदमी को जनता यह सोच कर चुन लेती है कि यह भुक्त भोगी है, हमारे ही बीच का है इसलिए यह हमारी समस्याओं का ठीक से समाधान करा पाएगा। लेकिन वही आम आदमी चुनाव जीतते ही खास हो जाता है और देखते ही देखते करोड़ों में खेलने लगता है। और जब कभी एक मंच पर किसी एक पार्टी के नेता द्वारा किसी दूसरी पार्टी के नेता पर उंगली उठाई जाती है तो स्पष्टीकरण के रूप में कहा जाता है कि हमारे नेता का तो बहुत छोटा घोटाला है तुम्हारी पार्टी के नेता ने तो इतना बड़ा घोटाला किया था। इस तरह से बेशक वो एक दूसरे का मूंह बंद करने की कोशिश करते हों लेकिन जनता तो दोनों की ही कारस्तानी देख चुकी होती है और जान जाती है कि एक नागनाथ है तो दूसरा सांपनाथ। इस तरह राजनेताओं पर से उठते विश्वास के कारण ही आंदोलनों का जन्म हो रहा है। ताजा घटनाकम में पहले अन्ना हजारे और अब बाबा रामदेव ।  आज बाबा रामदेव अगर सत्यागह करने की बात कर रहे हैं तो इसके लिए जिम्मेवार कौन है? लाखों क

अतिक्रमण ...अतिक्रमण ...अतिक्रमण ...

बानसूर कस्बे में फैल रहा अतिक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। अतिक्रमण के चलते सिकुड़ रही सड़कों एवं आम रास्तों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। बानसूर कस्बे के मुख्य बाजार में अतिक्रमण से रास्ते सिकुड़ गए है वही दंगल चौक बैंक के सामने वाली गली, नायकों वाली गली में अतिक्रमण से आवागमन ही ठप कर दिया है। पूरे दिन रास्तों में खड़े वाहन राहगीरों के सामने मुश्किल खड़ी कर रहे है। ऐसी स्थिति ग्राम पंचायत के सामने बनी हुई है। रोड पर खड़े हाथ ठेले एवं रास्तों में खड़े अवैध वाहन पूरा दिन जाम लगा देते है। प्रतिदिन रोड जाम की समस्या से पुलिस प्रशासन एवं पंचायत अनजान है जिसका खामियाजा आम जन को उठाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत का मुख्य द्वार ही अतिक्रमण से घिरा पड़ा है। पंचायत गेट के सामने खड़े हाथ ठेले वाले पूरे दिन वाहनों को निकलने में परेशानी पैदा करते है, लेकिन ग्राम पंचायत मूक दर्शक साबित हो रही है। ऐसी ही स्थिति पंस के सामने विद्युत वितरण निगम कार्यालय के सामने बनी हुई है। जहां अवैध वाहनों एवं हाथ ठेलों का जमावड़ा रहता है। तहसीलदार के सरकारी क्वार्टर वाले रास्ते को भी अतिक्रमियों ने अपने कब्जे

31 मई को जागृति संस्था मनाएगी कोटपूतली शहर में तम्बाकू निषेध दिवस

नगरपालिका पार्क में जलेगी सिगरेट की अर्थी कोटपूतली। शहर में 31 मई 2011 (विश्व तम्बाकू निषेध दिवस ) के अवसर पर जन जागृति सेवा संस्था, कोटपूतली की ओर से शहर में तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाएगा। कार्य6म के तहत शहर के अगzसेन भवन में डा. अरविन्द मित्तल एवं सहयोगी डाक्टरों के द्वारा मुंह के कैंसर एवं रोगों के संबंध में जागुरकता शिविर का आयोजन होगा तथा नगरपालिका पार्क में सिगरेट की अर्थी सजाकर एवं उसे जलाकर आमजन को तम्बाकू से दूर रहने की नसीहत दी जाएगी। यह जानकारी मित्तल स्माइल केयर के डा. अरविन्द ने प्रदान की।

नवाचारों को अपनाकर शैक्षणिक गुणवत्ता लायें- शिक्षा मंत्री

प्रोजेक्ट ऐरो का उदघाटन

कोटपूतली। भारतीय डाक विभाग की ओर से संचालित प्रोजेक्ट ऐरो के तहत केन्दzीय सूचना एवं संचार प्रौधोगिकी राज्य मंत्राी सचिन पायलट ने कोटपूतली डाकघर के आधुनिकीकरण किए गये भवन का फीता काटकर उद~घाटन किया। साथ ही कोटपूतली डाकघर से वेब काWन्Ýेसिंग के जरिए शाहपुरा डाकघर में प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। बाद में राजकीय सरदार स्कूल प्रांगण में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि दे’ा में एक लाख पचपन हजार पोस्ट आWफिस हैं जिनको प्रोजेक्ट के तहत आपस में जोड़ने में 1877 करोड़ रूपये खर्च होगें तथा इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2012 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस अवसर पर पायलट ने गzामीण डाक सेवा पुस्तक का विमोचन भी किया।     इस अवसर पर क्षेत्राीय विधायक रामस्वरूप् कसाना, चौमूं विधायक भगवान सिंह व मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल राजीव सिंह, डाक सेवा निदेशक अशोक कुमार, सहायक पोस्ट मास्टर जनरल दुश्यंत मुद~गल सहित अनेक अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

शहीद की शहादत को सलाम...कोटपूतली तहसील के मोलाहेड़ा गांव का कैलाश गुर्जर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में हुआ शहीद शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों क्षेत्रवासी व प्रशासनिक अधिकारीगण व जनप्रतिनिधि

शहीद की शहादत को सलाम...

कोटपूतली तहसील के मोलाहेड़ा गांव का कैलाश गुर्जर जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से मुठभेड़ में हुआ शहीद शहीद  की अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों क्षेत्रवासी व प्रशासनिक अधिकारीगण व जनप्रतिनिधि कोटपूतली। गत 23 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के गुल इलाके में आतंकवादियों से हुई जबरदस्त मुठभेड़ में कोटपूली तहसील के गांव मोलाहेड़ा निवासी श्योराम गुर्जर का पुत्र कैलाश गुर्जर शहीद हो गया। गुर्जर के मुठभेड़ के दौरान सीने में तीन गोलियां लगी। यह जानकारी जिला सैनिक कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने दी। कोटपूतली के लाल कैलाश गुर्जर के शहादत की खबर मिलते ही समूचा क्षेत्र गांव मोलाहेड़ा शहीद के परिवारजनों को सांत्वना देने पहुंच गया और शहीद की अंतिम यात्रा में शामिल होकर श्रद्वांजलि अर्पित करते हुए खुद को गौरवांवित महसूस किया। शहीद कैलाश गुर्जर सेना की 58 राजपूत राईफल रेजिमेंट में 9 साल पूर्व भर्ती हुआ था तथा गत माह ही 15 दिवस की छुट~टी काटकर ड~यूटी पर गया था। शहीद के एक 1 साल की लड़की व 3 साल का लड़का है। अंतिम संस्कार के दौरान 3 वर्षीय अमित ने ही पिता को मुखाग्नि दी। शहीद को आज सुबह 11 बजे पूरे सैनिक सम्मान के स

नारेहड़ा में मिले 200 चांदी के मुगलकालीन सिक्के

कोटपूतली। नारेहड़ा की राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पानी की टंकी के लिए की जा रही खुदाई के दौरान प्राचीनकालीन सिक्के प्राप्त हुए है। प्र’ाासन के अनुसार से सिक्के चांदी के हैं तथा उर्दु या अरबी भाषा लिखी होने के कारण मुगलकाल के हो सकते हैं। सिक्के मिटटी की एक छोटी मटकी में थे तथा उस पर एक उससे भी छोटा मिटटी का बर्तन रखा था। गांव वालों की सूचना पर पहुंचे एसडीएम दिने’ा जांगिड ने गzामीणों के सामने मटकी से सिक्कों को निकाला और गिनती की। आज के पांच रूपए के आकार के ये सिक्के गिनती में 200 थे।     गांव मे सिक्के निकलने की खबर के साथ ही सोना निकलने की अफवाह भी फैली जिसके कारण पूरा गांव इन्हें देखने के लिए उमड़ पड़ा। प्राचीन कालीन ये सिक्के आसपास के गांवों में भी कौतुहल का विषय बने रहे। प्र’ाासन ने इन्हें अपने कब्जे में लेकर पुरातत्व विभाग को भेज दिया है। इस अवसर पर एसडीएम ने खुदाई करने वाले दोनों मजदूरों प्रदीप सिंह व कमल सिंह की ईमानदारी पर खुश होते हुए इन्हें आगामी स्वतंत्रता दिवस पर उपखण्ड स्तरीय समारोह में सम्मानित करने की बात कही है।

लाखों की राह में अतिक्रमण के रोड़े

    कोटपूतली। शहर में दिनों दिन बढ़ रहा अतिक्रमण अब शहर नगरपालिका पर ही भारी पड़ने लगा है। यहां पंचायत समिति के सामने करीब 20 लाख की लागत से सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा था, लेकिन इस राह में आगे अतिक्रमण होने के कारण सड़क निर्माण कार्य अब अधूरा ही छोड़ दिया गया है।     उल्लेखनीय है कि यह सड़क तहसील की कई पंचायतों को शहर से जोड़ती है लेकिन सड़क किनारे वर्षों पुराने निर्माण कार्य होने के कारण अब इस राह के ‘कांटे सुलझाना’ नगरपालिका के लिए कठिन हो गया है।  इस सबंध में पूर्व में नगरपालिका चेयरमेन रहे वर्तमान चेयरमेनपति प्रकाश चंद सैनी कहना है कि सड़क पर कई प्रभावशाली लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है जिनको अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस दिया गया था लेकिन अब उनके द्वारा कोर्ट स्टे लेने के कारण सड़क निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है। सैनी ने रोष व्यक्त किया कि लोग विकास के कार्यों के प्रति सजग नहीं हैं, फालतु का अडंगा लगाकर विकास कार्यों को रोकने की कौशिश करते हैं। इसमें प्रशासन को भी सजग रहने की आवश्यकता है कि कोई बेवजह स्टे लेकर समय बर्बाद ना करे। वैसे नगरपालिका कानून 2009 की धारा 245 के अनुसार अतिक्

खुले पड़े नालों से पड़े ‘जान के लाले’

क ्षेत्र के बानसूर रोड़ पर वार्ड 26, 27 में खुले पड़े नाले को ढ़कने बाबत बसपा के तहसील प्रभारी दीपचंद आर्य ने नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार ‘ज्ञापनों ’ के माध्यम अवगत करवाया है। लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस लापरवाही का नतीजा यह रहा कि अब तक इस नाले में गिरने से एक पुरूष की मृत्यु हो चुकी है तथा गत सप्ताह ही एक पांच वर्षीय बच्ची भी इसमें गिरकर जिंदगी गंवा चुकी है। इसके विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला मंत्री मुकेश गोयल व देहात अध्यक्ष बनवारी लाल यादव की अगुवाई में नगरपालिका कार्यालय पर अधिशाषी अधिकारी का घेराव भी किया। साथ में शिवसेना के उप जिला प्रमुख अमरसिंह कसाना, बजरंग लाल शर्मा ने भी रोष जताया। लेकिन अभी तक वहां किसी प्रकार की कार्रवाही नहीं की गई है। दूसरी ओर क्षेत्र के आदर्श नगर में टेलीफोन एक्सचेंज वाली रोड़ पर बना नाला भी जगह जगह से खुला पड़ा है। इस रोड़ पर यातायात का भारी दवाब भी रहता है तथा स्कूल व कॉलेज विद्यार्थियों का आवागमन भी यहीं से अधिक होता है। इस समस्या को कई बार समाचार पत्रों ने प्रमुखता से उठाकर प्रशासन तक पहुंच

प्रभा की ‘प्रतिभा’ को मिला अवार्ड

विभिन्न तरह की समस्याओं एवं राजनीतिक प्रपंचों से घिरे इस शहर में जहां लोग अपने आसपास की छोटी-छोटी समस्याओं से दबे हुए हैं वहीं क्षेत्र की इस महिला अधिवक्ता ने जनसमस्याओं को अपनी बुधि चातुर्य और दबंगता से उठाकर ना केवल वकालत के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक और महिलाओं के बौधिक उत्थान के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ट पहचान बना ली है। शहर की सफाई से लेकर चिकित्सा-स्वास्थ्य, अपराध, शिक्षा एवं बस-स्टैण्ड, बिजली-पानी जैसी समस्याओं के निराकरण के लिए भी इस ‘प्रतिभा’ ने पुरजोर आवाज उठाई है और उनका निराकरण भी हुआ है। शहर की जनसमस्याओं को लेकर जनहित याचिका लगाने में भी इनका अव्वल स्थान है। क्षेत्र की इस काबिल महिला अधिवक्ता से ‘न्यूज चक्र’ की बातचीत के खास अंश...। प्रश्न- प्रभा जी, सर्वप्रथम आपको पंजाब केसरी समाचार पत्र द्वारा ‘वुमन केसरी’ का खिताब प्राप्त होने पर हार्दिक शुभकामना।...आप महिला अधिवक्ता हैं और शहर कोटपूतली ग्रामीण परिवेश में ढ़ला हुआ हैं, आपने यहां अपने आपको अपने क्षेत्र में कैसे व्यवस्थित किया? जवाब- जी हां, कोटपूतली क्षेत्र में शहरी की बजाय ग्रामीण परिवेश की झलक अधिक दिखा

संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत 13 मार्च को कोटपूतली में

कोटपूतली। संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत 13 मार्च को कोटपूतली पधार रहे हैं। वे यहां सुदरपुरा रोड़ स्थित प्रजापति छात्रावास में आयोजित अश्टम प्रतिभा सम्मान समारोह’ को संबोधित करेगें तथा आरएएस बनवारीलाल बासनीवाल द्वारा बनवाई गई पानी की टंकी का उदघाटन कर छात्रावास को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ आरपीएससी चेयरमैन एम एल कुमावत, पदमश्री अर्जुन प्रजापति, विधायक मदन प्रजापति, निर्मल कुमावत, रामस्वरूप कसाना एवं पूर्व विधायक हरीश कुमावत व पूर्व मंत्रि सुरेन्द्र गोयल भी होंगे। इस अवसर पर प्रजापति समाज के कई बड़े भामाशाह भी शिरकत कर रहे हैं।

वाहनों की शान, नम्बर प्लेट पर लिखा उपनाम...पूरी खबर पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें..

सरकारी विघालयों में अच्छी पढ़ाई होती है- एडीएम

सरपंच के घर के बगल में भरता है गंदा पानी...पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें

परतियोगिता...भ्रष्टाचार पर अंकुश कैसे लगे...पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें...

सामान्य ज्ञान...नौकरी भर्ती....पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें...

मैनें टीवी नहीं तोड़ा- पोटिंग....पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें...

आस्कर पुरस्कारों में ऐश और अभिषेक पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें....

वाहनों की शान, नम्बर प्लेट पर लिखा उपनाम न्यूज चक्र मार्च प्रथम अंक पेज 1

आपके एसएमएस, (न्यूज चक्र, एसएमएस जंक्शन से )

वक्त कम था बात अधूरी रह गई, अच्छे लोगों से मुलाकात अधूरी रह गई, उसे जाने के बाद हम रोये बहुत, कोन कहता है बरसात अधूरी रह गई।                              - रोकी सिंह, बनेठी किसी की चाहत को सजा मत देना, किसी की मोहब्ब्त का दगा मत देना, जिसे तुम्हारे बिना जीने की आदत ना हो, उसे कभी लम्बी उम्र की दुआ मत देना। - सुभाष कसाना, नांगल चेचिका एक दूजे के दिल में रहते हैं हम, इक दूजे का दर्द समझते हैं हम, दोस्ती ऐसे निभाते हैं हम कि दूर होकर भी साथ होने का अहसास दिलाते हैं। - मनोज शुक्ला, कोटपूतली सोचो कहां है हम- एक ऐसे देश में जहां ‘पिज्जा’ किसी के घर एक एम्बूलेंस और पुलिस से पहले पहुंच जाता है, कार खरीदने के लिए लिया गया लोन ऐजूकेशन लोने से सस्ता है। जहां चावल चालीस रूपए किलो है, जबकि सिमकार्ड फ्री में मिल जाता है और दुर्गा मां की पूजा की जाती है लेकिन कन्या भ्रुण जन्म से पहले ही नष्ट कर दिया जात है। - संजय आर्य, गोनेड़ा हंसी के लिए गम कुर्बान, खुशी के लिए आंसू कुर्बान, दोस्ती के लिए जान कुर्बान और दोस्त की जान के लिए हम कुर्बान। राज मान, जयसिंहपुरा लोग प्यार दिल से नहीं चेहरे

शौचालय को ही बना दिया आश्रय स्थल....

जरा सी चूक जीवन दशा बदल सकती है

लापरवाही का शिकार गांव बनेटी, सभी सुविधाऐं होने के बावजूद उनका उपयोग नहीं कर पा रहे ग्रामवासी

कैरियर नॉलेज व जिज्ञासा से भरपूर

ज्ञान सामान्य ज्ञान, नौकरी भर्ती की जानकारी...अभी पढ़े

खेल- fफलमी दुfनया

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पहले वीfडयोग्राफी fफर नोfटस...

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न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर -2) पेज 8

न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर -2) पेज 7

न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर -2) पेज 6,,,,,फिल्मी-मनोरंजन

न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर-2) पेज 5 ज्ञान -सामान्य ज्ञान

न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर-2) पेज 4

न्यूज चक्र का नया अंक (नवम्बर-2) पेज 2

‘बुढ़ापे’ का शिकार, युवा बेरोजगार

युवा रोजगार के लिए दर-दर भटकने को मजबूर, सरकार दे रही है बुजुर्गों को नई नौकरी जब किसी आदमी की कोई मजबूरी होती है तो वो परिस्थितियों से समझौता करता है और किसी तरह अपना काम चलाने की वैकल्पिक व्यवस्था करता ही हैै। प्रदेश में हर साल लाखों छात्र पढ़ लिखकर, डिग्रियां लेकर कॉलेज और विश्वविद्यालयों से रोजगार की तलाश में बाहर निकलते है और रोज एक नई दिशा लेकर उठते हैं कि आज उनको कहीं कोई नौकरी का अवसर मिल जाये। हमारे प्रदेश में भरपूर युवा शक्ति मौजूद होते हुए भी (वो भी बेरोजगार) हमारी सरकार की पता नहीं कौनसी मजबूरी है कि वो युवाओं को रोजगार देने की बजाय सेवानिवृत कर्मचारियों को ही और दो साल रखकर उनसे काम चलाना चाहती है। दो साल बाद क्या हो जाएगा? क्या दो साल बाद ये विभाग नहीं रहेगें या कर्मचारियों की आवश्यकता नहीं रहेगी। फिर भी तो नई भर्ती करनी ही होगी ना? अगर आर्थिक दृष्टि से भी देखा जाये तो शायद यह फायदे का सौदा नहीं है क्योंकि एक तरफ तो शिक्षित बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देना पड़ता है और दूसरा उनकी बेरोजगारी की अवधि और दो साल बढ़ गयी, तो युवाओं में असंतोष फैलेगा और सेवानिवृत कर्मचारी

ओछी चादर का शिकार देश का भविष्य!

किसी भी समाज या देश का विकास उसकी शिक्षा पर निर्भर होता है। भारत सरकार ने भी इस क्षेत्र में एक सराहनीय कदम उठाते हुए 1 अप्रैल 2010 से 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए निःशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा (आरटीआई)का प्रावधान किया है। कोई भी अधिनियम बनाना एक बात है और उसे असरदार व प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाना एक अलग बात है। आज अगर हम सरकारी स्कूलोंं के हालतों पर गौर करें तो पायेगें कि हमारी स्कूलों की दशा कितनी खराब है।...फोटो में दिए गये अखबारों की कतरनों से ही साफ जाहिर हो रहा है कि असल में हो क्या रहा है? प्रदेश में शिक्षकों की स्थिति पर एक नजर.... पदनाम               स्वीकृत           कार्यरत रिक्त व्याख्याता         19575      11230   8345 वरि.अध्यापक        37438       29934     7514 अध्यापक           12583         10478     2105 द्वित्तिय श्रेणी     31913     22824   9089 तृतीय श्रेणी        230153    177123  53030 प्रबोधक        28673         23141      5532 इसके अलावा नवक्रमोन्नत माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अभी पदों क

हैल्थ टिप्स, नौकरी भर्ती, हंसी के ठिठोले...न्यूज चक्र के साथ

बढ़ाइये अपना सामान्य ज्ञान.....न्यूज चक्र के साथ

कहीं आपके घर में ‘बम ’तो नहीं?

जी हां, घरेलू गैस सिलेण्डर की भी एक्सपायरी डेट होती है और एक्सपायरी डेट निकलने के बाद गैस सिलेण्डर को इस्तेमाल करना बम की तरह खरतनाक हो सकता है। आमतौर पर गैस सिलेण्डर की रिफील लेते समय उपभोक्ताओं का ध्यान इसके वजन और सील पर ही होता है। उन्हें सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट की जानकारी ही नहीं होती। इसी का फायदा एलपीजी की आपूर्ति करने वाली कंपनियां उठाती हैं और धड़ल्ले से एक्पायरी डेट वाले सिलेण्डर रिफील  कर हमारे घरों तक पहुंचाती हैं। यहीं कारण है कि गैस सिलेण्डरों से हादसे होते हैं। कैसे पता करें एक्सपायरी डेट क्षेत्र की मीणा गैस ऐजेन्सी के प्रबंधक अशोक मीणा एवं इण्डेन गैस के प्रबंधक मदन सिंह शेखावत ने बताया कि सिलेण्डर के ऊपरी भाग पर उसे पकड़ने के लिए गोल रिंग होती है और इसके नीचे तीन पट्टियों में से एक पर काले रंग से सिलेण्डर की एक्सपायरी डेट अंकित होती है। इसके तहत अंग्रेजी में ए, बी, सी तथा डी अक्षर अंकित होते है तथा साथ में दो अंक लिखे होते हैं। ए अक्षर साल की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च), बी साल की दूसरी तिमाही (अप्रेल से जून), सी साल की तीसरी तिमाही (जुलाई से सितम्बर) तथा डी सा

अहसास करो तो...बोलती है कुर्सी

एक जमाना था जब मुझ पर बैठने वाले को लोग इज्जत और आदर के साथ देखते थे। आज जनता का भविष्य पूर्णतः मुझ पर बैठने वाले के हाथ में है। समाचार-पत्रों, टेलिविजन, पत्र-पत्रिकाओं में मेरा ही बोल-बाला रहता है। मेरे सामने किसी का राज नहीं बल्कि मुझ पर बैठने वाला ही राजा हो जाता है, पर इन सबके बावजूद कोई मुझसे कभी नहीं पूछता कि मुझे क्या ये सब पसंद है या नहीं? मित्रों! आज मुझे मौका मिला है इसलिए मैं आपको अपनी मनोदशा बता रही हूं। मुझ कुर्सी के लिए आजकल लोग क्या-क्या नहीं करते? मेरी वजह से कहीं दंगे होते हैं जो कहीं खून बहता है। भाई-भाई का नहीं रहता, बेटा बाप से मुकाबला कर बैठता है। मुझे पाने के लिए रुपया पानी की तरह बहा दिया जाता है। कहीं लोगों को विविध प्रकार के लालच देकर उनसे वोट लिया जाता है, कहीं ऊंचे-ऊंचे सपने दिखाए जाते हैं। साम, दाम, दण्ड, भेद सभी का उपयोग कर आखिर कोई न कोई मुझे पा लेता है। एक बार मुझ पर बैठने के बाद वह नेता जिसने चुनाव से पहले सिर्फ देने का वादा किया था, अब सिर्फ लेता ही लेता है। धीरे-धीरे शुरू हो जाता है भ्रष्टाचार का सिलसिला और जनता बेचारी हो जाती है बेहाल। यह सब देखकर
मैं पंछी उन्मुक्त गगन का जहां चाहा चला जाता हूं क्या रोकेगा, कौन रोकेगा हर दीवार लांघ जाता हू मेरी कोई एक राह नहीं जहां चाहा घूम आता हू मस्त प्रेमी भंवरे की तरह मैं डाल-डाल पर जाता हूं करता हूं रसपान कली का फूल-फूल मंडराता हूं अपनी ही मस्ती में मस्त झूम-झूमकर जब राग सुनाता हूं खिल उठती है कली कली रोम रोम में मैं बस जाता हूं ‘मन’ हू मैं अपने ही मन में ख्वाबों के फूल खिलाता हूं मैं पंछी उम्मुक्त गगन का.....।

प्रवेश प्रक्रिया शुरू, अंतिम तिथि 16 जून

राजस्थान विश्वविद्यालय में स्नात्तक एवं स्नातकोत्त कक्षाओं के पाठ्यक्रमों में सत्र 2010-11 के लिए प्रवेश प्रक्रिया 1 जून से शुरू हो गई है। प्रवेश आवेदन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 16 जून है। साथ ही 50 रूपये विलंब शुल्क के साथ 25 जून तक आवेदन पत्र जमा कराए जा सकगें। विश्वविद्यालय के संगठक महाविद्यालयों सहित 10 केन्द्रों पर आवेदन पत्र मिलेंगे। आवेदन पत्र का मूल्य 200 रूपए रखा गया है। प्रवेश आवेदन पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सकता है। डाउनलोड किए हुए आवेदन पत्र रजिस्ट्रार यूनिवर्सिटी आॅफ राजस्थान जयपुर के नाम से देय 200 रूपए के डिमांड ड्रॉफ्ट के साथ जमा कराए जा सकते हैं। विलम्ब शुल्क की स्थिति में डिमांड ड्रॉफ्ट 250 रूपए देय होगा।

महत्वाकांक्षाओं ने बचपन को भी रियल से रील बना दिया है, क्यों? (1 जून, बाल सुरक्षा दिवस पर विशेष)

बचपन! जीवन की सबसे सुनहरी अवस्था। एकदम अलमस्त...चिंता-फिकर, राग-द्वेष, हार-जीत से दूर। लेकिन आज?...बचपन के मायने बदल गए हैं। अब बचपन यानी...प्रतिस्पर्धा, प्रतियोगिता, स्टेज और स्टेज की धमक और चमक। आज अनजाने में मां बाप ही बच्चों का बचपन छीन रहे हैं, समाज में अपनी नाक ऊंची रखने की होड़ में बच्चे उनकी महत्वाकांक्षाओं के बीच मोहरा बनकर रह गये हैं। हर दिन, हर घंटे टीवी चैनलों पर प्रसारित होते रियलिटी शोज ने बच्चों का बचपन भी रियल से रील बना दिया है।...और इस रील के डायरेक्टर बन बैठे हैं उनके अपने मां-बाप, जो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर घंटों आॅडिशन के लिए बैठे रहते हैं। कई बार तो कड़ी धूप में सुबह से शाम और फिर शाम से रात कर दी जाती है। कोई नहीं पूछता कि बच्चे ने कहाँ लघुशंका की, कहाँ खाया-पिया। जिन्हें देखभाल करनी चाहिए, वे खुद ही बच्चों को सताते हैं तो दूसरे कहां तक ख्याल रख सकते हैं। लेकिन इससे भी अहम बात यह है कि इन रियलिटी शोज तक पहुंचने के लिए, यानी उसकी तैयारी करने तक उन बच्चों पर कितना कहर बरपा होगा, जरा सोचिए? अभी एक शो में सैकड़ों बच्चे आडिशन से रह गए, तो उनके मां-बाप ने हंगामा मचा दि