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प्रोजेक्ट ऐरो का उदघाटन

कोटपूतली। भारतीय डाक विभाग की ओर से संचालित प्रोजेक्ट ऐरो के तहत केन्दzीय सूचना एवं संचार प्रौधोगिकी राज्य मंत्राी सचिन पायलट ने कोटपूतली डाकघर के आधुनिकीकरण किए गये भवन का फीता काटकर उद~घाटन किया। साथ ही कोटपूतली डाकघर से वेब काWन्Ýेसिंग के जरिए शाहपुरा डाकघर में प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। बाद में राजकीय सरदार स्कूल प्रांगण में उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा कि दे’ा में एक लाख पचपन हजार पोस्ट आWफिस हैं जिनको प्रोजेक्ट के तहत आपस में जोड़ने में 1877 करोड़ रूपये खर्च होगें तथा इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2012 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस अवसर पर पायलट ने गzामीण डाक सेवा पुस्तक का विमोचन भी किया।
    इस अवसर पर क्षेत्राीय विधायक रामस्वरूप् कसाना, चौमूं विधायक भगवान सिंह व मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल राजीव सिंह, डाक सेवा निदेशक अशोक कुमार, सहायक पोस्ट मास्टर जनरल दुश्यंत मुद~गल सहित अनेक अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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कोरोना को हराकर लौटे गोयल, समर्थकों ने जताई खुशी

न्यूज चक्र, कोटपूतली। भाजपा नेता मुकेश गोयल की कोरोना रिर्पोट नेगेटिव आ गई है। गोयल ने अपने प्रशंसको के लिए यह जानकारी खुद सोशल मीडिया पर शेयर की है। गोयल के कोरोना पर जीत हासिल कर लौटने पर समर्थकों ने खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि भाजपा नेता मुकेश गोयल गत 14 सितम्बर से ही अस्वस्थ चल रहे थे और जयपुर के दुर्लभजी अस्पताल में उपचार ले रहे थे। गोयल की 24 सितम्बर को कोरोना रिर्पोट पाॅजिटिव पाई गई थी। फिलहाल गोयल स्वस्थ हैं और कोरोना रिर्पोट भी नेगेटिव आ गई है। लेकिन फिलहाल चिकित्सकीय सलाह पर एक सप्ताह के लिए होम आइसोलेशन रहेगें। समर्थकों ने किया हवन, मांगी दिर्घायू भाजपा नेता मुकेश गोयल के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर लक्ष्मीनगर स्थित श्रीराम मंदिर में भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक हवन का आयोजन कर पूजा अर्चना भी कर रहे थे। गोयल के स्वस्थ होकर कोटपूतली निवास पर लौट आने पर सर्मथकों ने खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि अपने विभिन्न सामाजिक कार्यों में भागीदारी के चलते मुकेश गोयल समर्थकों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।

ओवरलोड चलते हैं, और...पलट जाते हैं...यमदूत बनकर

    यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि एक ऐसी दुखद हकीकत है, जिसे कोटपूतली के बाशिंदे हर रोज झेलते हैं। गांव से मजदूरी पर निकला कोई मजदूर हो या किसी कम्पनी का ओहदेदार प्रशासनिक अधिकारी।...हर किसी के जहन में बस एक ही डर रहता है कि पता नहीं ‘कोटपूतली क्राॅस ’ हो पाएगा कि नहीं? पता नहीं जाम में फंस जांए या जान ही चली जाए।     कोटपूतली में सर्विस लाइन को लेकर आए दिन होने वाली दुर्घटनाऐं इसी ओर इशारा करती हैं कि ‘यहां चलना खतरे से खाली नहीं हैं।’  अगर यकीन ना हो तो कोटपूतली मैन चैराहे से लक्ष्मीनगर मोड़ तक की सर्विस लाइन के हालात देख आइए। यकीनन आपके चेहरे का रंग तो बदरंग नजर आएगा ही सेहत भी डाॅक्टर की सलाह लेने को कहने लगेगी।     ...लेकिन इन सब से शायद हमारे जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को कोई खास मतलब नहीं है, तभी तो दिन में एक-दो दफा़ यहां से अगर गुजरते भी हैं तो आंखे मूंदकर। (ऊपर) न्यूज चक्र द्वारा कोटपूतली पुलिया से डाबला रोड़ पर ली गई ये तस्वीरें ओवरलोडेड डम्परों की स्पष्ट तस्वीरें बता रही हैं कि दिनदहाड़े कैसे कोटपूतली प्रशासन के नाक के नीचे ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन होता