वक्त कम था बात अधूरी रह गई, अच्छे लोगों से मुलाकात अधूरी रह गई, उसे जाने के बाद हम रोये बहुत, कोन कहता है बरसात अधूरी रह गई। - रोकी सिंह, बनेठी किसी की चाहत को सजा मत देना, किसी की मोहब्ब्त का दगा मत देना, जिसे तुम्हारे बिना जीने की आदत ना हो, उसे कभी लम्बी उम्र की दुआ मत देना। - सुभाष कसाना, नांगल चेचिका एक दूजे के दिल में रहते हैं हम, इक दूजे का दर्द समझते हैं हम, दोस्ती ऐसे निभाते हैं हम कि दूर होकर भी साथ होने का अहसास दिलाते हैं। - मनोज शुक्ला, कोटपूतली सोचो कहां है हम- एक ऐसे देश में जहां ‘पिज्जा’ किसी के घर एक एम्बूलेंस और पुलिस से पहले पहुंच जाता है, कार खरीदने के लिए लिया गया लोन ऐजूकेशन लोने से सस्ता है। जहां चावल चालीस रूपए किलो है, जबकि सिमकार्ड फ्री में मिल जाता है और दुर्गा मां की पूजा की जाती है लेकिन कन्या भ्रुण जन्म से पहले ही नष्ट कर दिया जात है। - संजय आर्य, गोनेड़ा हंसी के लिए गम कुर्बान, खुशी के लिए आंसू कुर्बान, दोस्ती के लिए जान कुर्बान और दोस्त की जान के लिए हम कुर्बान। राज मान, जयसिंहपुरा लोग प्यार दिल से नहीं चेहरे
अगर आप अपनी कोई कहानी, संस्मरण, घटना या समस्या समाज व राज के सामने रखना चाहते हैं तो हमें निःसंकोच लिख भेजे। न्यूज चक्र आपसे महत्वपूर्ण मुद्दों एवं घटनाओं पर विचार रखे जाने की अपेक्षा करता है। अपने विचार हमें भेजने के लिए आप Kruti Dev 010 या DevLys 010 फान्ट में टाइप करें। आप अपने लेख स्केन करके भी भेज सकते हैं। अपने लेख या विचारों के साथ अपना पासपोर्ट साइज फोटो, नाम, पता व सम्पर्क नम्बर भी अवश्य लिखकर भेजें। E-mail. newschakra@gmail.com