वार्ड के विशेष हिस्से में सफाई, बाकी हिस्से से ‘अभियान साफ’
कोटपूतली। पालिका प्रशासन कोटपूतली की ओर से 30 सितम्बर, बुधवार से शुरु हुआ स्वच्छता अभियान महज तीन दिन में ही दम तोड़ने लगा है। एक दिन में तीन वार्डों को एक साथ निपटा रही पालिका के ठेकेदार के पास कहने को तो 30 सफाईकर्मियों की टीम है, यानी प्रत्येक वार्ड के लिए 10 सफाईकर्मी। लेकिन कुल 10 सफाईकर्मियों की टीम वार्डों के विशाल क्षेत्रफल के आगे बौनी नजर आ रही है, नतीजा स्वच्छता अभियान शुरुआत से पहले ही दम तोड़ने लगा है।
गत तीन दिन के अन्तराल में शहर के वार्ड 1 से वार्ड 5 तक चले स्वच्छता अभियान में प्रत्येक वार्ड के विशेष हिस्से में ही अभियान की ‘सफाई’ दिखाई दी है अन्यथा तो वार्ड के अधिकतम हिस्से से ‘अभियान साफ’ है। वार्डवासियों ने बताया कि सफाई अभियान में लगे सफाईकर्मी समयाभाव के कारण समूचे वार्ड में नहीं पहुंच पा रहे हैं, वहीं सफाई ठेकेदार और पालिका प्रशासन खानापूर्ती कर अगले दिन अगले वार्ड में बढ़ रहे हैं।
पालिका प्रशासन के इस रैवये के चलते वार्डों में ‘भेदभाव’ और चहेतों को लाभ पहुंचाने के चर्चे चल पड़े हैं। मौजूदा वार्ड 4 और वार्ड 3 पूर्व पार्षद भीखाराम सैनी का गढ़ रहा है, जहां से वार्ड 3 की पार्षद मौजूदा पालिका उपाध्यक्ष दीपा सैनी हैं, जिसके चलते वार्ड तीन में सफाई अभियान चरम पर रहा, लेकिन बावजूद उसके वार्ड 3 में पानी निकास की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है तथा तेजस स्कूल के समीप साल भर से सड़क पर भरे पानी को भी अभियान रास्ता नहीं दिला पाया।
वहीं वार्ड 4 की रामनगर काॅलोनी में महावीर प्रजापत के मकान के पास पसरी गंदगी पर स्वच्छता अभियान की नजर नहीं पड़ सकी, इसी तरह वार्ड 4 के मौजूदा पार्षद विजय सैनी के मकान से फौजावाली स्कूल की ओर का हिस्सा भी सफाई से अछूता रहा। इस संबध में वार्ड 4 के रतन भैया ने बताया कि सफाई ठेकेदार के पास महज 10 सफाईकर्मी हैं जिनका पूरा दिन वार्ड की एक ही गली में पूरा हो जाता है, कहने-सुनने के बाद भी काम मनमर्जी से ही हो रहा है। इसी तरह वार्ड 3 निवासियों ने बताया कि वार्ड में नालियों की सफाई करवाई गई है लेकिन काॅलोनी भरे गंदे पानी के निकास का समाधान नहीं करवाया गया है।
क्या कहता है पालिका प्रशासन
‘स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक वार्ड में 1 दिन के लिए 10 अतिरिक्त सफाईकर्मी लगाए गए हैं, जो वार्ड में जहां अधिक गंदगी पसरी है या जहां रोजमर्रा के सफाईकर्मी नहीं पहुंच पा रहे हैं, वहां सफाई कर रहे हैं।’
ओमप्रकाश वर्मा, सफाई निरीक्षक, कोटपूतली नगरपालिका
गत तीन दिन के अन्तराल में शहर के वार्ड 1 से वार्ड 5 तक चले स्वच्छता अभियान में प्रत्येक वार्ड के विशेष हिस्से में ही अभियान की ‘सफाई’ दिखाई दी है अन्यथा तो वार्ड के अधिकतम हिस्से से ‘अभियान साफ’ है। वार्डवासियों ने बताया कि सफाई अभियान में लगे सफाईकर्मी समयाभाव के कारण समूचे वार्ड में नहीं पहुंच पा रहे हैं, वहीं सफाई ठेकेदार और पालिका प्रशासन खानापूर्ती कर अगले दिन अगले वार्ड में बढ़ रहे हैं।
पालिका प्रशासन के इस रैवये के चलते वार्डों में ‘भेदभाव’ और चहेतों को लाभ पहुंचाने के चर्चे चल पड़े हैं। मौजूदा वार्ड 4 और वार्ड 3 पूर्व पार्षद भीखाराम सैनी का गढ़ रहा है, जहां से वार्ड 3 की पार्षद मौजूदा पालिका उपाध्यक्ष दीपा सैनी हैं, जिसके चलते वार्ड तीन में सफाई अभियान चरम पर रहा, लेकिन बावजूद उसके वार्ड 3 में पानी निकास की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है तथा तेजस स्कूल के समीप साल भर से सड़क पर भरे पानी को भी अभियान रास्ता नहीं दिला पाया।
वहीं वार्ड 4 की रामनगर काॅलोनी में महावीर प्रजापत के मकान के पास पसरी गंदगी पर स्वच्छता अभियान की नजर नहीं पड़ सकी, इसी तरह वार्ड 4 के मौजूदा पार्षद विजय सैनी के मकान से फौजावाली स्कूल की ओर का हिस्सा भी सफाई से अछूता रहा। इस संबध में वार्ड 4 के रतन भैया ने बताया कि सफाई ठेकेदार के पास महज 10 सफाईकर्मी हैं जिनका पूरा दिन वार्ड की एक ही गली में पूरा हो जाता है, कहने-सुनने के बाद भी काम मनमर्जी से ही हो रहा है। इसी तरह वार्ड 3 निवासियों ने बताया कि वार्ड में नालियों की सफाई करवाई गई है लेकिन काॅलोनी भरे गंदे पानी के निकास का समाधान नहीं करवाया गया है।
क्या कहता है पालिका प्रशासन
‘स्वच्छता अभियान के तहत प्रत्येक वार्ड में 1 दिन के लिए 10 अतिरिक्त सफाईकर्मी लगाए गए हैं, जो वार्ड में जहां अधिक गंदगी पसरी है या जहां रोजमर्रा के सफाईकर्मी नहीं पहुंच पा रहे हैं, वहां सफाई कर रहे हैं।’
ओमप्रकाश वर्मा, सफाई निरीक्षक, कोटपूतली नगरपालिका
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