कोटपूतली। संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत 13 मार्च को कोटपूतली पधार रहे हैं। वे यहां सुदरपुरा रोड़ स्थित प्रजापति छात्रावास में आयोजित अश्टम प्रतिभा सम्मान समारोह’ को संबोधित करेगें तथा आरएएस बनवारीलाल बासनीवाल द्वारा बनवाई गई पानी की टंकी का उदघाटन कर छात्रावास को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ आरपीएससी चेयरमैन एम एल कुमावत, पदमश्री अर्जुन प्रजापति, विधायक मदन प्रजापति, निर्मल कुमावत, रामस्वरूप कसाना एवं पूर्व विधायक हरीश कुमावत व पूर्व मंत्रि सुरेन्द्र गोयल भी होंगे। इस अवसर पर प्रजापति समाज के कई बड़े भामाशाह भी शिरकत कर रहे हैं।
किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते ... कहते हैं हाथों की लकीरों पर भरोसा मत कर , किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते। जी हां , इस कथनी को करनी में बदल दिया है राजस्थान की कोटपूतली तहसील के नारेहड़ा गांव की 14 वर्षीय मुखला सैनी ने। मुखला को कुदरत ने जन्म से ही हाथ नहीं दिये , लेकिन मुखला का हौसला , जज्बा और हिम्मत देखिए , उसने ‘ करत-करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान ’ कहावत को भी चरितार्थ कर दिखाया है , अब वह अपने पैरों की सहायता से वह सब कार्य करती है जो उसकी उम z के अन्य सामान्य बच्चे करते हैं। कुदरत ने मुखला को सब कुछ तो दिया , लेकिन जीवन के जरूरी काम-काज के लिए दो हाथ नहीं दिये। बिना हाथों के जीवन की कल्पना करना भी बहुत कठिन है , लेकिन मुखला ने इसे अपनी नियति मान कर परिस्थितियों से समझौता कर लिया है। हाथ नहीं होने पर अब वह पैरों से अपने सारे काम करने लग गई है। पढ़ने की ललक के चलते मुखला पैरों से लिखना सीख गई है और आठवीं कक्षा में पहुंच गई है। मुखला को पैरों से लिखते देखकर हाथ वालों को भी कुछ कर दिखाने की प्रेरणा लेनी चाहिए...
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