‘भष्टाचार’
बेरहम बुझदिलों पर सवार होता है भष्टाचार
बड़ो बड़ों का इमान लुटाता है भष्टाचार
कभी खाकी का दीवाना बन जाता है भष्टाचार
तो कभी काले कोट को अपना निशाना बनाता है भष्टाचार
सीबीआई पर भी बादलों की तरह छा गया है भष्टाचार
देश का पैसा विदेशों में जमा कराता है भष्टाचार
नेताओं के दिल में भूत बनकर बैठा है भष्टाचार
इन्हीं के इशारों पर खून चूस रहा है प्रशानिक भष्टाचार
निकेश सच्चाई तो यह है गमों का रास्ता दिखाता है भष्टाचार
बड़े बड़े को जेल में खड़ा करके रोटी दिलाता है भष्टाचार
बेरहम बुझदिलों पर सवार होता है भष्टाचार
बड़ो बड़ों का इमान लुटाता है भष्टाचार
कभी खाकी का दीवाना बन जाता है भष्टाचार
तो कभी काले कोट को अपना निशाना बनाता है भष्टाचार
सीबीआई पर भी बादलों की तरह छा गया है भष्टाचार
देश का पैसा विदेशों में जमा कराता है भष्टाचार
नेताओं के दिल में भूत बनकर बैठा है भष्टाचार
इन्हीं के इशारों पर खून चूस रहा है प्रशानिक भष्टाचार
निकेश सच्चाई तो यह है गमों का रास्ता दिखाता है भष्टाचार
बड़े बड़े को जेल में खड़ा करके रोटी दिलाता है भष्टाचार
निकेश, भिवाणी
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