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ना अस्पताल महफूज हैं और ना हम, ऐसे कैसे देखें मरीज...


कोटपूतली। ‘‘ ना हमारे अस्पताल महफूज रह गए हैं और ना हम, ऐसे में अब यहां काम कैसे करें। कैसे मरीजों की हम पूरी निष्ठा भाव से सेवा करें, जब कोई भी, कभी आकर हमारा काम बंद करा सकता है, हमसे मारपीट कर सकता है।’’ यह दर्द कोटपूतली के हर चिकित्सक की जुबां से निकल रहा है।...बीती रात कोटपूतली के एन.एच 8 पर स्थित श्री कृष्णा अस्पताल में कुछ समाजकंटकों ने महज इसलिए तोड़फोड़ और स्टाफ के साथ मारपीट कर दी कि ‘अस्पताल के रिसेप्सनिस्ट ने मरीज से चिकित्सा परामर्श शुल्क मांग लिया था।
इस संबंध में डा. सतीश यादव ने बताया कि रविवार शाम 6 बजे के करीब एक चैपहिया वाहन में सवार कुछ लोग आए और उन्होने अस्पताल में घुसते ही रिसेप्सन पर बैठे लड़के को पीटना शुरू कर दिया, उसके बाद वे उसे घसीटते हुए अस्पताल से बाहर ले गए और वहां उसे बुरी तरह से पीटा। हमलावरों का मन इससे नहीं भरा और उन्होंने जाते जाते अस्पताल के मुख्य द्वार के कांच भी तोड़ डाले। जिससे अस्पताल व आसपास के क्षेत्र में दहशत का मौहाल हो गया। घटना के बाद कोटपूतली के समस्त निजी चिकित्सकों में भय व्याप्त हैं। कारण कि आए दिन ऐसी घटनाऐं घटित होने लग गयी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से महज खाना पूर्ती के अलावा कोई सख्त कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। बीती रात भी सूचना के बाद घटना स्थल पर स्थानीय थाने से केवल दो सिपाही पहुंचे। जिसको लेकर कोटपूतली प्राइवेट डाक्टर्स एसोसिएशन में काफी रोष हैं एवं उन्होने इसकी निंदा करते हुए सोमवार से हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। एसोसिएशन के सचिव डा. मनोज गुप्ता के बताएनुसार सोमवार से कोटपूतली के समस्त निजी अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवाएं ( आपातकालीन/एम्बुलेंस/सोनोग्राफी सेंटर्स सहित) सभी सेवाऐं बंद रहेगी। यह हड़ताल अपराधियों के ना पकड़े जाने तक यथावत रहेगी। इस सबंध में सोमवार दोपहर एसोसिएशन की एक मीटिंग भी रखी गई है, जिसमें आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन से पुख्ता इंतजाम पर विचार विमर्श किया जाएगा।

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