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खुले पड़े नालों से पड़े ‘जान के लाले’

क ्षेत्र के बानसूर रोड़ पर वार्ड 26, 27 में खुले पड़े नाले को ढ़कने बाबत बसपा के तहसील प्रभारी दीपचंद आर्य ने नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार ‘ज्ञापनों ’ के माध्यम अवगत करवाया है। लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस लापरवाही का नतीजा यह रहा कि अब तक इस नाले में गिरने से एक पुरूष की मृत्यु हो चुकी है तथा गत सप्ताह ही एक पांच वर्षीय बच्ची भी इसमें गिरकर जिंदगी गंवा चुकी है। इसके विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला मंत्री मुकेश गोयल व देहात अध्यक्ष बनवारी लाल यादव की अगुवाई में नगरपालिका कार्यालय पर अधिशाषी अधिकारी का घेराव भी किया। साथ में शिवसेना के उप जिला प्रमुख अमरसिंह कसाना, बजरंग लाल शर्मा ने भी रोष जताया। लेकिन अभी तक वहां किसी प्रकार की कार्रवाही नहीं की गई है। दूसरी ओर क्षेत्र के आदर्श नगर में टेलीफोन एक्सचेंज वाली रोड़ पर बना नाला भी जगह जगह से खुला पड़ा है। इस रोड़ पर यातायात का भारी दवाब भी रहता है तथा स्कूल व कॉलेज विद्यार्थियों का आवागमन भी यहीं से अधिक होता है। इस समस्या को कई बार समाचार पत्रों ने प्रमुखता से उठाकर प्रशासन तक पहुंच

प्रभा की ‘प्रतिभा’ को मिला अवार्ड

विभिन्न तरह की समस्याओं एवं राजनीतिक प्रपंचों से घिरे इस शहर में जहां लोग अपने आसपास की छोटी-छोटी समस्याओं से दबे हुए हैं वहीं क्षेत्र की इस महिला अधिवक्ता ने जनसमस्याओं को अपनी बुधि चातुर्य और दबंगता से उठाकर ना केवल वकालत के क्षेत्र में बल्कि सामाजिक और शैक्षणिक और महिलाओं के बौधिक उत्थान के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ट पहचान बना ली है। शहर की सफाई से लेकर चिकित्सा-स्वास्थ्य, अपराध, शिक्षा एवं बस-स्टैण्ड, बिजली-पानी जैसी समस्याओं के निराकरण के लिए भी इस ‘प्रतिभा’ ने पुरजोर आवाज उठाई है और उनका निराकरण भी हुआ है। शहर की जनसमस्याओं को लेकर जनहित याचिका लगाने में भी इनका अव्वल स्थान है। क्षेत्र की इस काबिल महिला अधिवक्ता से ‘न्यूज चक्र’ की बातचीत के खास अंश...। प्रश्न- प्रभा जी, सर्वप्रथम आपको पंजाब केसरी समाचार पत्र द्वारा ‘वुमन केसरी’ का खिताब प्राप्त होने पर हार्दिक शुभकामना।...आप महिला अधिवक्ता हैं और शहर कोटपूतली ग्रामीण परिवेश में ढ़ला हुआ हैं, आपने यहां अपने आपको अपने क्षेत्र में कैसे व्यवस्थित किया? जवाब- जी हां, कोटपूतली क्षेत्र में शहरी की बजाय ग्रामीण परिवेश की झलक अधिक दिखा

संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत 13 मार्च को कोटपूतली में

कोटपूतली। संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत 13 मार्च को कोटपूतली पधार रहे हैं। वे यहां सुदरपुरा रोड़ स्थित प्रजापति छात्रावास में आयोजित अश्टम प्रतिभा सम्मान समारोह’ को संबोधित करेगें तथा आरएएस बनवारीलाल बासनीवाल द्वारा बनवाई गई पानी की टंकी का उदघाटन कर छात्रावास को समर्पित करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ आरपीएससी चेयरमैन एम एल कुमावत, पदमश्री अर्जुन प्रजापति, विधायक मदन प्रजापति, निर्मल कुमावत, रामस्वरूप कसाना एवं पूर्व विधायक हरीश कुमावत व पूर्व मंत्रि सुरेन्द्र गोयल भी होंगे। इस अवसर पर प्रजापति समाज के कई बड़े भामाशाह भी शिरकत कर रहे हैं।

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सरकारी विघालयों में अच्छी पढ़ाई होती है- एडीएम

सरपंच के घर के बगल में भरता है गंदा पानी...पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें

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आस्कर पुरस्कारों में ऐश और अभिषेक पूरा पेज पढ़ने के लिए पेज पर क्लिक करें....

वाहनों की शान, नम्बर प्लेट पर लिखा उपनाम न्यूज चक्र मार्च प्रथम अंक पेज 1

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वक्त कम था बात अधूरी रह गई, अच्छे लोगों से मुलाकात अधूरी रह गई, उसे जाने के बाद हम रोये बहुत, कोन कहता है बरसात अधूरी रह गई।                              - रोकी सिंह, बनेठी किसी की चाहत को सजा मत देना, किसी की मोहब्ब्त का दगा मत देना, जिसे तुम्हारे बिना जीने की आदत ना हो, उसे कभी लम्बी उम्र की दुआ मत देना। - सुभाष कसाना, नांगल चेचिका एक दूजे के दिल में रहते हैं हम, इक दूजे का दर्द समझते हैं हम, दोस्ती ऐसे निभाते हैं हम कि दूर होकर भी साथ होने का अहसास दिलाते हैं। - मनोज शुक्ला, कोटपूतली सोचो कहां है हम- एक ऐसे देश में जहां ‘पिज्जा’ किसी के घर एक एम्बूलेंस और पुलिस से पहले पहुंच जाता है, कार खरीदने के लिए लिया गया लोन ऐजूकेशन लोने से सस्ता है। जहां चावल चालीस रूपए किलो है, जबकि सिमकार्ड फ्री में मिल जाता है और दुर्गा मां की पूजा की जाती है लेकिन कन्या भ्रुण जन्म से पहले ही नष्ट कर दिया जात है। - संजय आर्य, गोनेड़ा हंसी के लिए गम कुर्बान, खुशी के लिए आंसू कुर्बान, दोस्ती के लिए जान कुर्बान और दोस्त की जान के लिए हम कुर्बान। राज मान, जयसिंहपुरा लोग प्यार दिल से नहीं चेहरे

शौचालय को ही बना दिया आश्रय स्थल....

जरा सी चूक जीवन दशा बदल सकती है

लापरवाही का शिकार गांव बनेटी, सभी सुविधाऐं होने के बावजूद उनका उपयोग नहीं कर पा रहे ग्रामवासी

कैरियर नॉलेज व जिज्ञासा से भरपूर

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खेल- fफलमी दुfनया

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