सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर का शुभारंभ

Add caption

कोटपूतली। स्थानीय राजपूताना स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम व द्वित्तिय के संयुक्त तत्वाधान में सात दिवसीय एनएसएस विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। शिविर का शुभारंभ पंचायत समिति कोटपूतली उप प्रधान मदन रावत, आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रहलाद वर्मा एवं अन्य उपस्थित अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष माल्र्यापण एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर उप प्रधान ने स्वयंसेवकों से परस्पर समन्वय एवं भाईचारे के साथ समाज सेवा के कार्य करने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्था के प्राचार्य डा एच एन धोलीवाल ने स्वयंसेवकों से बढ चढ़कर समाज सेवा के कार्यों में भाग लेने का आहवान किया। मंच संचालन व्याख्याता दयानंद गुर्जर ने किया। कार्यक्रम में सैकड़ों स्वयंसेवक उपस्थित थे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

सामान्य ज्ञान, नौकरी भर्ती, प्रश्न- उत्तर

पूर्व प्रतियोगी परीक्षाओं में आए हुए प्रश्न...हल सहित  (उत्तर को काला कर दिया गया है।)  साइज बड़ा कर देखने के लिए पेज पर क्लिक करें।  

कोरोना को हराकर लौटे गोयल, समर्थकों ने जताई खुशी

न्यूज चक्र, कोटपूतली। भाजपा नेता मुकेश गोयल की कोरोना रिर्पोट नेगेटिव आ गई है। गोयल ने अपने प्रशंसको के लिए यह जानकारी खुद सोशल मीडिया पर शेयर की है। गोयल के कोरोना पर जीत हासिल कर लौटने पर समर्थकों ने खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि भाजपा नेता मुकेश गोयल गत 14 सितम्बर से ही अस्वस्थ चल रहे थे और जयपुर के दुर्लभजी अस्पताल में उपचार ले रहे थे। गोयल की 24 सितम्बर को कोरोना रिर्पोट पाॅजिटिव पाई गई थी। फिलहाल गोयल स्वस्थ हैं और कोरोना रिर्पोट भी नेगेटिव आ गई है। लेकिन फिलहाल चिकित्सकीय सलाह पर एक सप्ताह के लिए होम आइसोलेशन रहेगें। समर्थकों ने किया हवन, मांगी दिर्घायू भाजपा नेता मुकेश गोयल के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना को लेकर लक्ष्मीनगर स्थित श्रीराम मंदिर में भाजपा कार्यकर्ता व समर्थक हवन का आयोजन कर पूजा अर्चना भी कर रहे थे। गोयल के स्वस्थ होकर कोटपूतली निवास पर लौट आने पर सर्मथकों ने खुशी जाहिर की है। आपको बता दें कि अपने विभिन्न सामाजिक कार्यों में भागीदारी के चलते मुकेश गोयल समर्थकों के दिलों में जगह बनाए हुए हैं।

ओवरलोड चलते हैं, और...पलट जाते हैं...यमदूत बनकर

    यह किसी फिल्म का सीन नहीं, बल्कि एक ऐसी दुखद हकीकत है, जिसे कोटपूतली के बाशिंदे हर रोज झेलते हैं। गांव से मजदूरी पर निकला कोई मजदूर हो या किसी कम्पनी का ओहदेदार प्रशासनिक अधिकारी।...हर किसी के जहन में बस एक ही डर रहता है कि पता नहीं ‘कोटपूतली क्राॅस ’ हो पाएगा कि नहीं? पता नहीं जाम में फंस जांए या जान ही चली जाए।     कोटपूतली में सर्विस लाइन को लेकर आए दिन होने वाली दुर्घटनाऐं इसी ओर इशारा करती हैं कि ‘यहां चलना खतरे से खाली नहीं हैं।’  अगर यकीन ना हो तो कोटपूतली मैन चैराहे से लक्ष्मीनगर मोड़ तक की सर्विस लाइन के हालात देख आइए। यकीनन आपके चेहरे का रंग तो बदरंग नजर आएगा ही सेहत भी डाॅक्टर की सलाह लेने को कहने लगेगी।     ...लेकिन इन सब से शायद हमारे जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को कोई खास मतलब नहीं है, तभी तो दिन में एक-दो दफा़ यहां से अगर गुजरते भी हैं तो आंखे मूंदकर। (ऊपर) न्यूज चक्र द्वारा कोटपूतली पुलिया से डाबला रोड़ पर ली गई ये तस्वीरें ओवरलोडेड डम्परों की स्पष्ट तस्वीरें बता रही हैं कि दिनदहाड़े कैसे कोटपूतली प्रशासन के नाक के नीचे ओवरलोडेड वाहनों का आवागमन होता