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संदेश

पालिकाध्यक्ष कांता सैनी ने किया भंवर जी अगरबत्ती शोरूम का उदघाटन

  पालिकाध्यक्ष कांता सैनी ने किया भंवर जी अगरबत्ती शोरूम का उदघाटन कोटपूतली।   हरि-बृजेश, यह वह नाम है जो कोटपूतली उपखण्ड में मसालों की विश्वसनीयता के लिए विश्वास के साथ जाना जाता है। उपखण्ड क्षेत्र व दूर-दराज शहरों में ‘एचबी मसाले’ अपने नाम व विश्वास के साथ घर-घर में प्रयोग किए जाते हैं।...एचबी मसाले के संस्थापक व निदेशक  हरिराम एवं  बृजेश सैनी   ने अपने व्यापार को विस्तार देते हुए अब  सह कम्पनी कमल एण्ड कम्पनी के प्रोडक्ट   ‘भंवर जी अगरबत्ती’ मार्केट में उतारी है। ‘भंवर जी’ प्रोडक्ट शोरूम का उदघाटन कोटपूतली नगरपालिका अध्यक्ष  कांता सैनी  ने अपने कर कमलों से फीता काटकर किया। इस अवसर पर शहर के नामचीन व गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर एचबी मसाले के  निदेशक बृजेश सैनी  , राजकुमार शर्मा, एडवोकेट रमेश  चंद , पार्षद फूलचंद सैनी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश सैनी, पत्रकार अनिल कौशिक, दिनेश मोरीजावाला, समाजसेवी सुखलाल सैनी, मुकेश अग्रवाल, कृष्णकुमार दाताराम सैनी, संदीप कुमार शर्मा, सुरेश मोठुका, तरूण गुप्ता, पप्पूराम, ओमप्रकाश पटेल, सुदामा, जगदीश सैनी, रामेश्वर सांखला व डाॅ. कृष्ण क

सावधान! अस्पताल भी दे सकता है एड्स

कोटपूतली (विकास वर्मा)। जी हां, सही पढ़ा आपने। कोटपूतली शहर की अस्पताल भी अब तय मापदण्डों से परे मनमाने रूप से मरीजों से खिलवाड़ करने पर उतारू हैं और इन सब से अनजान मरीज अनजाने में एक भंयकर बीमारी जो एड्स, हिपेटाइटिस जैसी जानलेवा भी हो सकती हैं, को अपने शरीर में जगह दिला लाता है। जहां एक तरफ ‘एड्स’ का नाम सुनते ही किसी भी अच्छे भले आदमी की रूह कांप जाती हैं और सरकार इस बीमारी से निपटने के लिए करोड़ों-अरबों रूपयों का बजट खर्च कर रही है। वहीं जयपुर के बाद दिल्ली-जयपुर के बीच सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल ‘बीडीएम अस्पताल’ मरीजों की जान से खुलेआम खिलवाड़ करने पर उतारू है। यहां अस्पताल की लैब में मरीज की खून जांच करने हेतु खून का नमूना लेते समय लैब स्टाॅफ द्वारा बरती जा रही लापरवाही किसी भी मरीज की जिंदगी बरबाद करने के लिए काफी है। क्या दृश्य दिखाई दिया लैब में... न्यूज चक्र टीम जैसे ही बीडीएम अस्पताल की लैब में पहंुची तो वहां मरीजों से रक्त के नमूने लिए जा रहे थे। लेकिन नियम-कायदों को ताक पर रखकर। रक्त का नमूना ले रहे कर्मचारी ने एक के बाद एक करके कुल 8 मरीजों के रक्त के नमूने लिए, ले

कन्या भ्रुण हत्या रोको...

जयपुर, (30 अप्रैल) । कन्या भ्रुण हत्या रोकने का संदेश देने हेतु मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को उनके निवास स्थान पर ‘कन्या भ्रुण हत्या रोकने के लिए गर्भ समापन और सोनोग्राफी के कानूनों को जानिए’ पुस्तक की एक प्रति, पुस्तक के लेखक सत्यनारायण पाटोदिया, डायरेक्टर, सेन्टर फार पब्लिक अवेयरनेस एण्ड इन्फार्मेशन ने मुख्यमंत्री गहलोत को भेंट की। इसके साथ ही कन्या भ्रुण हत्या रोकने के लिए पोस्टर का विमोचन भी मुख्यमंत्री गहलोत ने किया। इस अवसर पर पुस्तक की सह लेखिका डा. अंशु पाटोदिया और मीरा अस्पताल, बनीपार्क, जयपुर की मेडिकल डायरेक्टर डा. मीरा पाटोदिया भी उपस्थित रही।

स्कूटी वितरित 01 नहीं आये मुख्यमंत्री गहलोत, लागों ने छोडा पांडाल

देवनारायण योजना के तहत कोटपूतली में काॅलेज छात्राओं को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा स्कूटी वितरित की जानी थी। लेकिन ऐन वक्त पर मुंख्यमंत्री का कोटपूतली दौरा रद्द होने के कारण छात्राओं समेत उपस्थित जनसमुदाय के चेहरों पर मायूसी छा गई तथा पांडाल एकाएक खाली होता नजर आया। तभी मंच पर बैठे क्षेत्रीय विधायक एवं संसदीय संचिव रामस्वरूप कसाना मंच से उतरकर भीड़ के बीच पहुंचे तथा हाथ जोड़कर निवेदन करते हुए लोगों को यथास्थान बिठाया।   गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज 20 मार्च, दोपहर 12 बजे कोटपूतली पहुंचने का कार्यक्रम था। मुख्यमंत्री यहां देवनारायण योजना के तहत काॅलेज छात्राओं को स्कूटी वितरण , स्थानीय पंचायत समिति परिसर में नवनिर्मित राजीव गांधी सेवा केन्द्र का उदघाटन तथा ग्राम केसवाना में 132 केवी जीएसएस का लोकार्पण करने वाले थे। लेकिन निर्धारित समय से ठीक पहले मंच से घोषणा हुई कि खराब मौसम के चलते मुख्यमंत्री का हैलिकाॅप्टर उडान नहीं भर पा रहा है जिसके कारण उनका कोटपूतली दौरा भी रद्द हो गया है। इस घोषणा के तत्काल बाद ही पांडाल से लोग उठकर जाने लगे जिन्हें देखकर योजना के

news chakra page 1....january 1st 2012

news chakra page 2....january 1st 2012

जादुई धरातल पर असली मुलाकात, गzेट मैजिशियन शिव कुमार के साथ

आरा मशीन से कटकर दो टुकड़ों में बंट जाते हैं जादुगर शिवकुमार प्रश्न- शिव कुमार जी, जादू क्या है? इससे किस प्रकार लोगों का स्वस्थ मनोरंजन हो पाता है? जवाब- जादू विज्ञान पर आधारित एक कला है, और इस कला को खूबसूरती के साथ पेश करना ही मैजिक है। इसमें सामाजिक संदेश छिपे होते हैं। लोगों को अंधविश्वास से लड़ने की प्रेरणा देता है जादू। इसलिए इससे स्वस्थ मनोरंजन भी होता है। प्र श्न- अगर जादू एक कला है, विज्ञान है तो फिर जो लोग टोने-टोटके करते हैं, झाड़-फूक करते हैं, वो क्या है? जवाब- यह बिल्कुल गलत और झूठ है कि टोने-टोटकों या झाड़फूंक से किसी को वश में किया जा सकता है। तंत्र-मंत्र जादू-टोना कुछ नहीं होता है। अगर जादू से किसी की जान ली जा सकती या दी जा सकती तो सरकार देश की सीमाओं की रक्षा के लिए एक जादूगर को नियुक्त कर देती और किसी को शहीद होना नहीं पड़ता। ...लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता है। जादू से सिर्फ एक स्वस्थ मनोरंजन हो सकता है, ऐसा मनोरंजन जिससे डिप्रेशन का मरीज भी ठीक हो जाता है। प्रश्न- ...तो जादू के शो के माध्यम से आप किस प्रकार के संदेश समाज को देते हैं? जवाब- हम अपने शो में लड़की को गायब क

किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते

  किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते ... कहते हैं हाथों की लकीरों पर भरोसा मत कर , किस्मत तो उनकी भी होती है जिनके हाथ नहीं होते। जी हां , इस कथनी को करनी में बदल दिया है राजस्थान की कोटपूतली तहसील के नारेहड़ा गांव की 14 वर्षीय मुखला सैनी ने। मुखला को कुदरत ने जन्म से ही हाथ नहीं दिये , लेकिन मुखला का हौसला , जज्बा और हिम्मत देखिए , उसने ‘ करत-करत अभ्यास के जड़मत होत सुजान ’ कहावत को भी चरितार्थ कर दिखाया है , अब वह अपने पैरों की सहायता से वह सब कार्य करती है जो उसकी उम z के अन्य सामान्य बच्चे करते हैं। कुदरत ने मुखला को सब कुछ तो दिया , लेकिन जीवन के जरूरी काम-काज के लिए दो हाथ नहीं दिये। बिना हाथों के जीवन की कल्पना करना भी बहुत कठिन है , लेकिन मुखला ने इसे अपनी नियति मान कर परिस्थितियों से समझौता कर लिया है। हाथ नहीं होने पर अब वह पैरों से अपने सारे काम करने लग गई है। पढ़ने की ललक के चलते मुखला पैरों से लिखना सीख गई है और आठवीं कक्षा में पहुंच गई है। मुखला को पैरों से लिखते देखकर हाथ वालों को भी कुछ कर दिखाने की प्रेरणा लेनी चाहिए। 14

हवा में उड़ी लड़की, आरा मशीन से कटकर दो टुकड़ों में बंटे मैजिशियन शिवकुमार

मैजिशियन शिव कुमार के मैजिक के मैजिकजाल में दर्शक हवा में उड़ी लड़की, आरा मशीन से कटकर दो टुकड़ों में बंटे मैजिशियन शिवकुमार कोटपूतली। जी हां, कुछ इसी तरह के हैरतअंगेज कर देने वाले मैजिक कर दर्शकों में कौतुहल व जिज्ञासा के भाव पैदा कर रहे हैं मैजिशियन शिवकुमार। शाम 7 बजे शुभारंभ हुए कोटपूतली में प्रथम शो का शुभारंभ कोटपूतली विधायक रामस्वरूप कसाना के बेटे आदित्य कसाना ने रिबन काटकर किया। इस अवसर पर आदित्य के साथ रोहित, आनंद, गोबिन्द बिदानी, पार्षद शैतान सिंह एवं अन्य अतिथि उपस्थित थे।     शो के दौरान गzेट मैजिशियन ‘जादूगर’ शिवकुमार ने भzुण हत्या एवं जल है तो कल है जैसे महत्वपूर्ण संदेशों को भी शो के जरिये रेखांकित किया। साथ ही पलक झपकते ही मैजिक बाWक्स से बाहर निकलकर दर्शकों के बीच पहुंच जाना और पलक झपकते ही सांप को लड़की में और लड़की को खुंखार जानवर में बदलने का कारनामा भी जादुगर शिवकुमार ने करके दिखाया।     जादुगर शिव कुमार के पीआरओ मनीष तिवारी ने बताया कि कोटपूतली में प्रतिदिन दो शो प्रदर्शित होंगे। पहला शो दोपहर 12 बजे से एवं दूसरा शाम 7 बजे से प्रांरभ होगा। तिवारी ने बताया कि उनका क

इंस्पायर्ड छात्रवृत्ति के लिए चयनित

मां सरस्वती सी.सैकण्डरी स्कूल, सैमाला का छात्र इंस्पायर्ड छात्रवृत्ति के लिए चयनित छात्र को मिलेगें 4 लाख रूपये कोटपूतली। जी हां, सही पढ़ा आपने। इस छात्र को मिलेगी 4 लाख की छात्रवृत्ति। ...और छात्रवृति देगा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार।...तो देखिए सरकार होनहारों को कितना कुछ देती है। इस छात्र ने विज्ञान वर्ग में उत्कृष्ठ अंक प्राप्त किए हैं, जिसके फलस्वरूप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए भारत सरकार ने 80,000 रूपये प्रतिवर्ष, अगले 5 वर्ष तक देने की घोषणा की है। इस प्रकार छात्र को कुल 4 लाख रूपये मिलेेगें। ...और यह होनहार तैयार किया है क्षेत्र में सैमाला खुर्दी रोड़ पर स्थित मां सरस्वती पब्लिक सीनियर सैकण्डरी स्कूल ने।     संस्था के निदेशक रामावतार कसाना ने हर्ष व्यक्त करते हुए बताया कि समस्त स्टाWफ व छात्रों में छात्र की उपलब्धि पर गर्व है। छात्र ने उपलब्धि का श्रेय गुरूजनों के आशिर्वाद एवं मार्गदर्शन को दिया है।     उल्लेखनीय है कि विद्यालय क्षेत्र में कड़े अनुशासन एवं शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए जाना जाता है। इससे पहले विद्यालय के एक अन्य छात्र ने मेरिट में भी स्थान पाय

कब चालू होगा 75 लाख का ट्रोमा सेंटर?

कब चालू होगा 75 लाख का ट्रोमा सेंटर? तैयार है 55 लाख का भवन व 20 लाख की एंबुलेंस     कोटपूतली। सरकारी मशीनरी किस गति से कार्य करती है, देख लीजिए कोटपूतली के ट्रोमा सेंटर भवन एवं इसके बाहर सभी सुविधाओं से लदकद खड़ी एम्बुलेंस को।     इस भवन को पूर्णतया तैयार हुए करीब 8 माह से भी अधिक का समय बीत चुका है। अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि खुद अस्पताल प्रशासन भी इसकी अवधि ‘करीब’ या ‘लगभग’ शब्दों में ही बताता है।     अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इस भवन में बिजली, पानी, चैम्बर, ऐसी...अर्थात सभी मूलभूत व आवश्यक सुविधाऐं मुहैया करा दी गई हैं। अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि भवन निर्माण में कुल 55 लाख का खर्चा बैठ गया है। इसके अलावा इसके बजट में 20 लाख की अलग से एम्बुलेंस भी शामिल है जो सेंटर के बाहर ही खड़ी रहती है। इसके संबंध में खुद अस्पताल प्रशासन के लोग व अन्य दबी जबान से कहते हैं कि अगर शीघz भवन का उद~घाटन नहीं हुआ तो यह एंबुलेंस फिटनेस के लिए मैकेनिक के पास और भवन की मरम्मत के लिए दोबारा से बजट पास करना पड़ सकता है।...क्योंकि लोगों ने भवन के बाहर गाड़ियां खड़ी करना और इसके अहा

...बचाना है वजूद देश के अमर शहीदों के नारों का

सरकार कर रही कौशिश, दबाने की अन्ना ‘हजारों’ को अन्ना ने दिला दिया याद दूध छटी का , सत्ता के ‘सरदारों’ को मेरा मुल्क, मेरा देश, मेरी जान है लगा जोर ऐडी चोटी का, लाना जनलोकपाल है है सपना अब तो यही, देश के अन्ना ‘हजारों’ का ... बचाना है वजूद देश के अमर शहीदों के नारों का। जय हिन्द जय भारत।

अन्ना के समर्थन में सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन

अन्ना के समर्थन में सदबुद्धि यज्ञ का आयोजन आदर्शनगर में हरि बृजेश मशाला उद्योग के सामने हुआ यज्ञ कोटपूतली। यहां हरि बृजेश मशाला उद्योग के समीप क्षेत्रवासियों एवं स्थानीय दुकानदारों ने जनलोकपाल की मांग को लेकर दिल्ली में आठ दिन से चल रहे महाआंदोलन एवं अनशन पर सरकार के अनदेखी रैवये व हठधर्मिता को तोड़ने के लिए  ‘सदबुद्धि’ यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें सभी दुकानदारों ने आहुतियां दी एवं प्रार्थनाऐं की, कि ’जल्दी ही जनलोकपाल पारित करने के लिए सरकार एवं सांसदों को सदबुद्धि दे।     इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने ‘अन्ना तुम संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं, ‘ गांव गांव ये हवा चली है, ईमानदारी की ज्योत जली है, ‘ अब तो ये स्पष्ट है जो, जो हमारे साथ नहीं वो भष्ट है, जैसे नारे भी लगाये गये।     यज्ञ में जन कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष अशोक शर्मा, अनिल जांगिड़, बृजेश कुमार सैनी, सुमन कुमावत, श्यामलाल चौधरी, गोपीनाथ शर्मा, भगत चायवाला, संजय जांगिड़, रमेश यादव, कृष्ण सैनी, ’ सहित अनेक दुकानदार व निवासी उपस्थित थे।

अपने विचार हमें newschakra@gmail.com पर भेजें.

अन्ना हजारे का अनशन छठे दिन भी जारी है. टीम अन्‍ना और सरकार, दोनों ओर से वार्ता की जरूरत बताई जा रही है. पर अब तक ठोस पहल नहीं की गई है. आंदोलन से जुड़े अपने अनुभव, खबरें, या अपने विचार हमें newschakra@gmail.com पर भेजें. हम उसे newschakra.blogspot.com पर प्रकाशित करेंगे. साथ ही न्यूज चक्र अखबार में आपके नाम के साथ प्रकाशित भी करेंगें। धन्यवाद।

जनमत संग्रह करा लिया जाए- भूषण

भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चला रहे अन्ना हजारे की ओर से शनिवार को सरकार को यह चुनौती दी गई कि देश की जनता को जन लोकपाल विधेयक और सरकार के लोकपाल विधेयक में से कौनसा प्रारूप पसंद हैए इसे जानने के लिए देश में जनमत संग्रह करा लिया जाए।          रामलीला मैदान पर उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए अन्ना टीम के वरिष्ठ सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार और कुछ पक्षों की ओर से यह तर्क दिया जा रहा है कि जन लोकपाल विधेयक को थोपने की कोशिश की जा रही है तथा सरकार को ब्लैकमेल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरोप लगाया जा रहा है कि अन्ना ने अपनी बात थोपने के लिए सरकार के सिर पर बंदूक तान रखी है। उन्होंने कहा कि अन्ना के पास कोई बंदूक नहीं है और न ही सरकारी ताकत। जन समर्थन को आंकने के लिए देश में इस मुद्दे पर जनमत संग्रह कराया जा सकता है।

कहां है परिवहन विभाग ?

इन जीपों की तस्वीरे कोटपूतली-बानसूर रोड़ से ली गई है। स्कूली जीप की तस्वीर बानसूर के एक प्राइवेट विघालय की है।   परिवहन विभाग की नींद ने छीना आमजन का सुख चैन     चलना है तो जीप की छत पर बैठ जा या पीछे लटक जा...नहीं तो यूं ही पूरे दिन खड़ा रहेगा। जीप चालकों की यही धोंस अच्छे भले व पढ़े-लिखे आदमी को भी ‘लटकने’ पर मजबूर कर देती है।...और फिर मरता, क्या नहीं करता, कहावत यहीं तो चरितार्थ होती है। बेचारा व्यवस्था का शिकार आदमी करे भी क्या!     जी हां, परिवहन विभाग की अनदेखी की वजह से गzामीण लोगों को प्रतिदिन जान हथेली पर रख सफर करना पड़ रहा है जिसमें बच्चे, महिलाऐं एवं वृ¼जन भी शामिल हैं।     Åपर की तस्वीरों को ध्यान से देखिए, एक जीप जिसमें जीप चालक बुकिंग के समय 10 से  अधिक सवारियां नहीं बिठाते वहीं सवारियों के लिए चलते समय ये 30 सवारियां पूरी हुए बिना स्टैण्ड से हिलते भी नहीं हैं।। तस्वीर 1 में एम-1 व्यक्ति को देखिए,  यह व्यक्ति जीप के सबसे आगे के हिस्से पर बैठा है और ऐसी स्थिति में है कि अचानक बzेक लगने पर यह पलक झपकने से भी कम समय में सड़क पर गिर सकता है और दुर्घटना घट सकती है। अब

आप क्या खाना चाहेगें... 2000 रूपये किलो का गुटखा या 400 रूपये किलो के बादाम

    जी हां, सही पूछ रहा हूं मैं। अपने आसपास लोगों को देखिए या फिर अपने आपको देखिए, क्या खा रहे हैं आप?....गुटखा, तम्बाकू, सिगरेट, पान, जर्दा या फल, मेवे, सब्जी!     आपको भले ही यह आश्चर्य लगे, लेकिन यह सच है कि अगर आप गुटखा खाते हैं तो आप ‘2000 रू.किलो की वस्तु को कुछ देर मुंह में रखकर थूक देते हैं।’ क्योंकि एक गुटखे का पाउच 2 से 12 रू का आता है और उसमें 2 से 4 गzाम वजन होता है। हां यह बात अलग है कि वह एक पैकेट आपके गाल, दांत, होंठ, जबड़े या आंखों को नुकसान पहुंचाता है, कईयों को तो कैंसर तक हो जाता है। मेरी बात पर यकीन ना आये तो एक बार जयपुर के महावीर कैंसर अस्पताल के किसी वार्ड में घूम आइये। आपको यकीन ही नहीं बल्कि विश्वास भी हो जाएगा कि आप बादाम, काजू जैसे मेवे खाने वाले लागों से दिलदार आदमी हैं। आप कैंसर अस्पताल के किसी वार्ड में घूमेगें तो इतना तो जान ही लेगें कि तम्बाकू- गुटखे से आपका गाल गल सकता है, उसमें कीड़े लग सकते हैं। ठीक वैसे ही जैसे गली में आवारा घूमते किसी जानवर के कान या गर्दन पर लगे होते हैं। आपका जबड़ा आपका साथ छोड़ सकता है। आपकी जीभ बेस्वाद होकर आपका बोलना भी बंद कर सकत

....संभालिए छाती में बदनुमा खंजर घोंपती युवा पीढ़ी को

. ...संभालिए छाती में बदनुमा खंजर घोंपती युवा पीढ़ी को     अगर आपने देखी हो तो फिल्म ‘‘तथास्तु’’ में संजय दत्त ने बाप के दर्द को बयां करते हुए कहा था कि जब माता-पिता अपने बच्चों को सीने से लगाते हैं तो ऐसा लगता है जैसे भगवान मिल गया हो और बच्चा जब रोने लगता है तो ऐसा लगता है जैसे सारी दुनिया को आग लग गई हो। यानि बच्चे को जरा सी तकलीफ होते ही मां-बाप का दिल दर्द से तड़प उठता है। बच्चे की एक मुस्कान के लिए वो सारी दौलत लुटाने को तैयार रहते हैं और वही बच्चे बड़े होकर बदनामी का बदनुमा खंजर मां-बाप ही छाती में घौंपते हैं तो उन मां-बाप पर क्या बीतती होगी सहज ही अनुमान नहीं लगाया जा सकता। हमारी आधुनिकता की ओर जा रही 21वीं सदी की यह पीढ़ी जहां एक ओर उन्नती के नये आयाम को छू रही है वहीं कुछ बच्चे हमारी जिद व नासमझी के कारण पथ भzष्ट होकर पाप के गर्त में समा रहे हैं।     हाल ही में कोटपूतली क्षेत्र में हुई घटनाऐं इसी बात का उदाहराण हैं कि बड़ों के पथ प्रदर्शन में कमी के कारण अपने ही मां-बाप, पति या पत्नि, भाई या बहिन, या जान से प्यारे दोस्त का गला रेतते हुए हाथ नहीं कांपते। एक घटना में पत्निी ने पति

जिंदा जला दिया जालिमों ने

  जिंदा जला दिया जालिमों ने शाहपुरा। मामला शाहपुरा तहसील के बागावास चौरासी गांव का है, जहां दहेज के लिए एक विवाहिता को वर्षों तक प्रताड़ित किया जाता रहा और अंत में कोई बात ना बनती देख ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे गत 8 जून को आग के हवाले कर जिंदा जला दिया। आग से बुरी तरह झुलसी विवाहिता ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में पुलिस को पर्चा बयान देकर दम तोड़ दिया।...और अब परिजन न्याय के लिए भटक रहे हैं। परिजनों ने एएसपी विनीत बंसल को एक ज्ञापन सौंपकर आरोपियों को शीघ गिरफ्तार करने की मांग की है।         उल्लेखनीय है कि इस गांव में यह पहली घटना नहीं है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां पहले भी दहेज के लोभी विवाहिताओं को यातनाऐं देते रहे हंै, लेकिन उन पर कोई कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने के कारण यहां दहेज लोभियों के हौसलें बुलंद है। जिसके परिणामस्वरूप ही पूतली निवासी पूजा कुम्हार ‘दहेज’ की भेंट चढ़ी। पुलिस को क्या बताया पूजा ने दम तोड़ने से पहले-     विवाहिता पूजा देवी ने पुलिस को बताया कि मेरी शादी शाहपुरा तहसील के बागावास चौरासी में लीलाराम कुम्हार के साथ आठ साल पहले हुई थी। मेरे एक लड़का व एक ल